हिन्दुओं
को अपने धर्म परम्परा और संस्कृती की रक्षा के लिए विदेशी विधर्मी तथा सेमेटीक अरबी
फ़ारसी शब्दों/भाषा का
प्रयोग नहीं करना चाहिए।
मनुष्यों
का स्वभाव है कुछ जानने-सिखाने की इच्छा इससे प्रभावित होकर अविकसित या कम विकसित
सभ्यता विकसित सभ्यता से ज्ञान विज्ञान के कई शब्दों को अपने भाषा में प्रयोग करने
लग जाती है।
भाषा का
प्रभाव तब पडेगा जब सभ्यता विकसित हो और दुसरी सभ्यता अविकसित या कम विकसित हो,
अविकसित या कम विकसित सभ्यता विकसित सभ्यता से जुड़ना चाहती है क्योंकि वह कुछ
जानना-सीखना चाहतीं है।
अरबी
फ़ारसी शब्दों का प्रयोग करने वाले राष्ट्र न तो विकसित है और न ही कोई भी विकसित
सभ्यता का प्रतिनिधि करते हैं।
परत्रंत
काल में जब इसलामी जेहादी अरबी फ़ारसी बोलने वाले बल पूर्वक अपने मजहब को हिन्दुओं
पर थोपा और हिन्दुओं के एक भाग को मत्रांत्रण कर मुसलमान बनाया इसके साथ एक नई
भाषा का उर्दू का जनम हुआ।
उर्दू में
अरबी, फ़ारसी, हिन्दी, अंग्रेजी आदि शब्दों का प्रयोग किया गया है उसका अपनी कोई
शब्द कोश नहीं है अपना कोई वरमाला नहीं है सब कुछ आयातित है।
भारतीय
भाषाएँ हैं- 1) हिन्दी 2) तमिल 3) तेलुगु 4) कन्नड़ 5) मलयालम 6) बंगला 7) भोजपुरी
8) मैथिली 9) मगही 10) मराठी 11) पंजाबी 12) अवधि 12) ओड़िया 13) हरियानी 14)
गड़वाली आदि।
प्राचीन
काल में जब आर्य आर्यावर्त/भारत के अपने आदिम स्थान से निकल कर संसार के कई स्थानों
में गये तो वहाँ पर अपनी भाषा और संस्कृती से वहां के लोगों को प्रभावित कर दिया
क्योंकि प्राचीन काल में आर्य संस्कृती विकसित सभ्यता का प्रतिनिधि करती थी जो
अपने आदिम काल से लेकर सिन्धुघाटी (हड़प्पा और मोजदाड़ो) तक बाकी सभ्यता से बहुत
ही विकसित सभ्यता थीं।
प्राचीन
काल में आर्य भारत से बाहर केवल भाषा ही नहीं लेते बलकि उन्होंने वहाँ पर स्वस्तिक
आकृतियाँ भी बनाईं जिससे हमें जनने में सुविधा हुईं की कभी आर्य लोगों द्वारा वहाँ
की संस्कृती को प्रभावित किया गया था।
पिता Father
भाई भराता Brother
माँ माता Mother
मातृभूमि Motherland
नाम Name
नाविक Navy
अग्निशमन Ignition
दसमलव Dismal
अंग्रेजी के कई शब्दों का प्रयोग अपनी
भाषा में करने में कोई भी बुरा नहीं है क्योंकि वर्तमान समय में ज्ञान-विज्ञान
का केंद्र अंग्रेजी भाषा बना हुआ है
परन्तु अरबी फ़ारसी भाषा वर्तमान काल में कोई भी ज्ञान विज्ञान का केंद्र में नहीं
है।केवल कुछ समाचार चैनलों और तथाकथित धर्मनिरपेक्ष राज्यनितीक दलों (मुसलमानों के
मजहब के समथॅक यानि हिन्दु सनातन धर्म के विरोधी) द्वारा केवल मुसलमानों के
तुष्टीकरण हेतु अरबी फ़ारसी शब्द/लिपियों का प्रयोग को प्राथमिकता दी जाती है।
अपनी
भाषाओं के ही माध्यम से अपूर्व समृद्दि पाने वाले राष्ट्र है –
१)अमेरिका
२)ब्रिटेन ३)फ्रांस ४)जर्मनी ५)जापान ६)दक्षिण कोरिया ७)सिगापुर ८)हालैड ९)स्पेन १०)इटली
आदि।
अरबी/फ़ारसी
शब्द हिन्दी शब्द
खबर समाचार
हफ़्ता सप्ताह
मुलाकात भेट
मुबारकबाद शुभकामना
सलामत कुशल
सलामती सकुशल
फजीहत निन्दा
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दफनाया गाड़ना
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गंगा-जामुनी
तहजीब मध्यदेशीय संस्कृती
तनहा अकेला
तारीख दिनांक
चांद चन्द्रमा
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कत्ल हत्या
महफूज सुरक्षित
महँक सुगंध
माहिर दक्ष
वक्त समय
फरार भागना
माहिर दक्ष
माहौल वातावरण
मामला विषय
औकात स्थिति
आजादी स्वतंत्रता
अकल बुद्धि
महसूस अनुभूति
माहिर दक्ष
माहिर दक्ष
वक्त समय
वहमी शंकालु
कातिल हत्यारा
पाक पवित्र
तकदीर भाग्य
तहजीब संस्कार
मुलाजिमों अपराधी
मुलाकात
भेट
जहर विष
तब्दील बदलाव
तअज्जुब
आश्चर्य
तअल्लुक़ा सम्बन्ध
तारीख दिनांक
तरकीब विचार
हासिल प्राप्त
फ़तह विजय
गुलाम पराधीन
मतलबी स्वार्थी
मतलब अथॅ