Kanyakubja (Kannauj) कान्यकुब्ज (कन्नौज)

  • कान्यकुब्ज का वर्तमान नाम कन्नौज है जो की उत्तर प्रदेश में है।
  • कान्यकुब्ज का प्राचीन नाम महोदया था पुराणों में महोदया देश का उल्लेख है।
  • प्राचीन काल में कान्यकुब्ज देश को महोदया कहा जाता था जो की वर्तमान में कन्नौज है।
  • वाल्मीकि रामायण में कान्यकुब्ज देश का उल्लेख है, इसी देश के ब्राह्मणों को कान्यकुब्ज ब्राह्मण तथा हलवाई वैश्य को कान्यकुब्ज हलवाई वैश्य के नाम से जाना जाता है।
  • कान्यकुब्ज ब्राह्मण शुद्ध रुप से मध्यदेशीय संस्कृति के संवाहक तथा संरक्षक है।
  • कान्यकुब्ज देश आर्यावर्त के मध्यदेश देश में है, इसलिए आर्यावर्त के सबसे प्राचीन जाति वैश्य हलवाई में दो प्रमुख वर्ग मध्यदेशीय हलवाई वैश्य और कान्यकुब्ज हलवाई वैश्य है।
  • कान्यकुब्ज हलवाई वैश्य अपने को कान्यकुब्ज देश के राजा का वंशज मानते हैं जो पहले महोदय पुरी था।
  • मध्यदेशीय तथा कान्यकुब्ज हलवाई वैश्य मध्यदेशीय संस्कृति के संरक्षक है।
  • समय के प्रभाव से कान्यकुब्ज ब्राह्मणों तथा कान्यकुब्ज हलवाई वैश्य के कई उपवर्ग हो गये जो मध्यदेश देश में फैल गये।
याद रखें -आर्यावर्त का मध्य भाग ही मध्यदेश कहलाता है, तथा मध्यदेश की संस्कृति ही मध्यदेशीय
संस्कृति से जाना जाता है।

कान्यकुब्ज ब्राह्मणों के उपवर्ग              कान्यकुब्ज हलवाई वैश्य के उपवर्ग  
1)सरयूपारी                                          1)अगरवाल

2)संघ्या                                               2)अग्निहोत्री उत्तरकाशी में

3)जहोटीया                                          3)केसरवनी

4)बंगाली                                             4)गुडिया

5)भूमीयार  आदी                                 5)सरयू पारी वैश्य
                            

                                                          6)सोनार कनौजिया  आदी

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